अखिल भारतीय साहित्य परिषद राष्ट्रीय विचारों का मंच है - जग जितेन्द्र
अखिल भारतीय साहित्य परिषद राष्ट्रीय विचारों का मंच है - जग जितेन्द्र

व्यास जयंती पर 'जसवंत दे चरित' का किया विमोचन
शाहपुरा राजेन्द्र खटीक
शाहपुरा-प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा आश्रम आधारित रही है जहां शिष्य गुरुओं से शिक्षा प्राप्त कर अपने संपूर्ण व्यक्तित्व को राष्ट्र के लिए समर्पित कर देते हैं।
गुरु हमारे जीवन मूल्यों के रक्षक है जो हमें सत्य के मार्ग पर चलना सीखते हैं।यह बात स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल शाहपुरा में आयोजित अखिल भारतीय साहित्य परिषद के गुरु पूर्णिमा उत्सव पर बोलते हुए परिषद के चित्तौड़ प्रांत महामंत्री जग जितेंद्र सिंह ने कही है।
उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय साहित्य परिषद राष्ट्रभक्त साहित्यकारों, लेखकों, कवियों को एक मंच प्रदान करता है।
जिला महामंत्री परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि वेदव्यास जी के चित्र व मां शारदे के चरणों में दीप प्रज्वलन से हुआ।
कार्यक्रम में प्रांत साहित्य मंत्री
रेखा लोढ़ा 'स्मिथ' ने महर्षि वेदव्यास जी के जीवन पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम को पूर्व उपनिदेशक तेजपाल उपाध्याय, पूर्व मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जयदेव जोशी, अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी शाहपुरा द्वारका प्रसाद जोशी, प्राचार्य कादिसहना धारा सिंह मीणा, गीतकार बालकृष्ण बीरा ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम में कवि ओम अंगारा द्वारा रचित लघु खंडकाव्य 'जसवंत दे चरित' का सम्मानित अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया ।कवि ओम अंगारा ने खंड काव्य की प्रस्तावना व भूमिका पर प्रकाश डाला।स्थानीय विद्यालय के प्राचार्य ईश्वर लाल मीणा ने आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का संचालन परमेश्वर प्रसाद कुमावत ने किया।
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