फिर दौड़ने लगें दिन दहाड़े अवैध बजरी के ट्रैक्टर

बिना नम्बर के तेज रफ्तार से दौड़ते अवैध बजरी के टैक्टर,
हादसे को दे रहे न्योता
भीलवाड़ा बागोर से गंगापुर मेगा हाईवे आमली के पास बजरी माफिया के ‘तेज रफ्तार से दौड़ते ट्रैक्टर "।
रोजाना रात के अंधेरे में 3 बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक बजरी से ठसाठस भरे ट्रैक्टर दौड़ते हैं—मानो यहां कानून का कोई अस्तित्व ही नहीं।
लेकिन अब तो दिन दहाड़े सुबह करीब 6 बजे आमली, टंकी चौराहा के पास ट्रैक्टर इतने बेखौफ तरीके से निकल रहे जैसे पुलिस, नाके और नियम—सब इनके लिए मजाक हों।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बजरी माफिया का ये खेल खुलेआम जारी है और प्रशासन सिर्फ मूकदर्शक बना बैठा है। सवाल उठता है—क्या कानून सिर्फ आम जनता के लिए है, माफियाओं के लिए नहीं? बजरी माफियो के हौसले बुलंद है।
बजरी माफिया के किसी भी ट्रैक्टर के नंबर प्लेट मौजूद नहीं होने के बावजूद भी सड़क पर तेज रफ्तार से दौड़ते है।
नंबर प्लेट मौजूद नहीं होने के कारण अगर सड़क पर कुछ हादसा होता है तो कौन जिम्मेदार होगा।जनता प्रशासन से पूछ रही है सवाल? किसको जिम्मेदार ठहराएगा जाएगा।
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