आरबीएसके योजना बनी जीवनरक्षक

Jul 8, 2025 - 14:42
 0  28
आरबीएसके योजना बनी जीवनरक्षक

अंशु और ललित को मिला जन्मजात विकृति से छुटकारा, जयपुर में हुए सफल ऑपरेशन

भीलवाड़ा। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ने एक बार फिर अपनी उपयोगिता सिद्ध करते हुए जिले के दो बच्चों- अंशु कुमावत पुत्रश्री ओम प्रकाश, निवासी भीमडियास, माण्डल और कंवलियास के ललित पुत्रश्री राकेश को नई ज़िंदगी की सौगात दी है।

 ये दोनों बच्चे कटे होट व कटे तालु की जन्मजात विकृतियों से पीड़ित थे और अभिभावकों के लिए इनका इलाज संभव नहीं था।

लेकिन सरकार की इस जनकल्याणकारी योजना के तहत दोनों बच्चों को अभिषेक हॉस्पिटल, जयपुर भेजा गया, जहाँ उनका निशुल्क ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया।

अंशु और ललित के माता-पिता ने बताया कि उनके बच्चों को जन्म से ही शारीरिक विकृतियाँ थीं, जिनका इलाज करवाना उनके सामर्थ्य से बाहर था।

लेकिन जब स्वास्थ्य विभाग की आरबीएसके टीम ने स्क्रीनिंग के दौरान बीमारी पहचानी, तो उन्हें उम्मीद की एक किरण दिखाई दी। योजना के अंतर्गत यात्रा, जांच, ऑपरेशन और दवाइयों सहित सभी सेवाएं निःशुल्क प्रदान की गईं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सी. पी. गोस्वामी के अनुसार आरबीएसके योजना के अंतर्गत 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों में जन्मजात बीमारियों की शीघ्र पहचान कर निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है।

जन्मजात विकृति से ग्रसित अंशु कुमावत व ललित इन दोनों बच्चों के ऑपरेशन सफल रहे और अब वे सामान्य जीवन की ओर अग्रसर हैं। बच्चों की मुस्कान और परिवार की आंखों में छलकता आभार इस योजना की सफलता का सबसे बड़ा प्रमाण है।

 यह योजना न केवल स्वास्थ्य सुधार का माध्यम बन रही है, बल्कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए वरदान भी साबित हो रही है। बच्चों के परिजनों ने सरकार की आरबीएसके योजना के प्रति आभार जताया और कहा कि समय रहते यदि यह सहायता नहीं मिलती, तो इतनी बड़ी सर्जरी करवाना उनके लिए संभव नहीं था।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow