रामधाम में चातुर्मास प्रवचन हुए शुरू

शरीर से आधी आसक्ति भी ईश्वर में रखों तो जीवन का उद्धार सम्भव: स्वामी अच्युतानंदव
भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) भीलवाड़ा। श्री रामधाम रामायण मंडल ट्रस्ट की ओर से शुक्रवार को रामधाम में चातुर्मास प्रवचन शुरू हुए।
ट्रस्ट के सचिव अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि देव भूमि उत्तराखंड के केदारनाथ स्थित श्री स्वामी अच्युतानंद महाराज ने इस मौके पर कहा कि जितनी आसक्ति शरीर में रखते हो उससे आधी भी ईश्वर में रखों तो जीवन का उद्धार हो जाएगा।
आजकल लोग पत्नी पर ज्यादा आसक्त हो गए है। उन्होंने कहा कि जब जब हमारा मानस संसारमय से राममय हो जाता है तब हमारे मन में रामचरितमानस का समावेश हो जाता है और व्यक्ति लोभ, मोह व अहंकार को छोड़ देता है।
मानस मतलब मन का संकल्प है। संतश्री ने कहा कि यह शरीर ईश्वर का मंदिर है। इस पवित्र रखें।
चातुर्मास प्रवचन प्रतिदिन सुबह 9 बजे से होंगे। शुक्रवार को सावन के पहले दिन राम धाम के शिवालय में भगवान शंकर परिवार का अभिषेक और भव्य श्रृंगार अरुण जागेटिया व हरगोविंद सोनी की ओर से किया गया। सावन में सुबह शाम भगवान शिव परिवार का अभिषेक व नया श्रृंगार जारी रहेगा।
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